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Thursday, October 20, 2011

उनका ख़्याल तो आया


एक लंबे अतंराल के बाद एक बार फिर से आप सभी लोगों के साथ आना अच्छा लग रहा है। कुछ व्यस्तता थी जिसकी वजह से लगभग डेढ़ महीने नेट चलाया ही नही। अब एक बार फिर से आप सभी के पास आ गया हुं। आशा है आप सभी लोगों का स्नेह और प्यार पहले की तरह ही हमें मिलता रहेगा।



किसी से सुना था मैंने 
इस बार छुटि्टयों में
कुछ दिनों के लिए ही सही
तुम यहॉ आई थी।
सोए हुए ख्वाब
फिर से जाग गए।
दिल की गहराईयों में
फिर कहीं
एक आस की किरण
अपने पंख
फड़फड़ाने लगी।
इस ख़्याल से कि
कुछ पल के लिए ही सही
कम से कम
एकबार तो जरूर
मिलने आओगी।
प्यार के रिश्ते को ना सही
दोस्ती का रिश्ता तो
अवश्य निभाओगी।
निगाहें खुद ब खुद
उठ जाती थी
उन राहों पर
जिनसे तुम
गुजरा करती थी।
निगाहें
हर आने जाने वालों में
तुम्हारा चेहरा
तलाश करती थी।
दिन गुजरते गए
और हर गुजरते दिनों के साथ
मैं दिल को समझाता रहा
शायद अगले दिन
उससे मुलाकात हो।
अचानक तभी
उसने आकर बताया
तुम सबेरे वाली बस से
वापस चली गई।
मैंने  दिल को
तसल्ली दी (झुठी ही सही)
और खुद को बहलाया।
अरे क्या हुआ
जो वो नही आए
कम से कम उनका
ख़्याल तो आया।

24 comments:

  1. बहुत ही खूबसूरत ख़याल आया .....सुन्दर अभिव्यक्ति

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  2. बहुत ही सुन्दर.....

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  3. अमित भाई ये कविता नहीं एक सच्चाई सी जान पड़ती है (एक खूबसूरत अहसास)
    इस बेहतरीन ख्याल के लिए आभार

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  4. प्यार भरे खूबसूरत ख्यालों से सजी पोस्ट॥अकसर प्यार में खुद को यह कह कर ही समझना पड़ता हैं की क्या हुआ जो वो नहीं आया वो न सही उसका ख्याल तो आया ...बहुत खूब समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है

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  5. बेहद खूबसूरत लिखा है सर।
    ----
    कल 22/10/2011 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
    धन्यवाद!

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  6. हाँ काफी दिनों बाद आपकी कोई पोस्ट आई है........स्वागत है आपका........माफ़ कीजिये शुरुआत बहुत अच्छी थी पर आखिर में लगा की पोस्ट का अंत कुछ ठीक नहीं हो पाया .........

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  7. बहुत ख़ूबसूरत और भावपूर्ण अहसास..बहुत सुन्दर

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  8. bahut sundar khayal....

    Prakash
    www.poeticprakash.com

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  9. बहुत सुन्दर अहसास...

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  10. क्या हुआ जो वो नहीं आये उनका ख्याल तो आया .... बहुत सुन्दर अहसास

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  11. और हाँ जी उल्लू की पूजा करने वाले को जाना जाता है, गृहलक्ष्मी के नाम से.... :)

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  12. bahut hi sundar panktiyan....pahli baar aana hua par aakar accha laga....

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  13. खुबसूरत ख्याल..

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  14. मन कितनी बातें करता है ....

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  15. लब्जों में पिरोए गए खुबसूरत अहसास.... दिल को छू गई....

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  16. बहुत ही खूबसूरत ख़याल .........

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  17. सुंदर कविता, सुंदर भाव।
    दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।

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  18. बहुत ही सुन्दर.

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  19. बढिया एह्सास....! सुंदर प्रस्तुति !

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  20. कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी ..
    यूँ कोई बेवफा नहीं होता ...

    लाजवाब रचना ... दिवाली की शुभ कामनाएं ..

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