चित्र गुगल साभार
फागुन की फगुनाहट चढ़ी
दिल में मिलन की आस बढ़ी
आ जाओं अब साजन मेरे
आस का फुल मुरझायों रे
देखो फागुन आयो रे।
सुन कोयल की मीठी कूक
दिल में एक हुक सी उठती है
आकर इस सुखी धरती पर
प्यार का रस बरसाओ रे
देखो फागुन आयो रे।
दिन तो किसी तरह गुजर जाता है
सूनी रातें नागीन जैसी डसती है
आओ कि तुम्हें समेट लुॅ बाहों में
अब ऐसे ना तरसाओ रे
देखो फागुन आयो रे।
बहुत बढ़िया सर!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर भावपूर्ण...
ReplyDeleteफागुन का जोरदार स्वागत , बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ,बधाई
ReplyDeletewah....wah.....bahut khoob!!
ReplyDeleteबहुत अच्छा स्वागत किया है फागुन का
ReplyDeleteहोली की शुभकामनाये
फ़्गुनाहट का असर हे..करारा
ReplyDeleteभावपूर्ण सुन्दर अभिव्यक्ति ..होली की शुभकामनाये
ReplyDeletebhut sunder kavita hai... apko bhi happy holi..
ReplyDeleteप्यार के कोमल मनोभावों का मधुरतम एहसास...
ReplyDeleteब्लागराग : क्या मैं खुश हो सकता हूँ ?
अरे... रे... आकस्मिक आक्रमण होली का !
गीत प्यारा , फोटो बहुत ही प्यारी.
ReplyDeleteamit ji ,
ReplyDeletebahut pyara geet . photo to bahut hi sundar
lagaya hai.
अमित जी, फागुन का एक नए अंदाज में स्वागत आपने किया है. सुंदर प्रस्तुति. होली की हार्दिक शुभकामनाएं.
ReplyDeleteआप को सपरिवार होली की हार्दिक शुभ कामनाएं.
ReplyDeleteसादर
प्यार के कोमल मनोभावों का मधुरतम एहसास|
ReplyDeleteहोली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ|
होली की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनायें.....
ReplyDeleteहोली की हार्दिक शुभकामनाएँ|
ReplyDeleteदिन तो किसी तरह गुजर जाता है
ReplyDeleteसूनी रातें नागीन जैसी डसती है
आओ कि तुम्हें समेट लुॅ बाहों में
अब ऐसे ना तरसाओ रे
देखो फागुन आयो रे।
वाह भाई क्या फाल्गुन आया है ..बहुत सुदर तरीके से अभिव्यक्त किया है ...आपका आभार
सुन कोयल की मीठी कूक
ReplyDeleteदिल में एक हुक सी उठती है
आकर इस सुखी धरती पर
प्यार का रस बरसाओ रे
देखो फागुन आयो रे...
होली के रंग लिए ... मधुर गीत ...
आपको और समस्त परिवार को होली की हार्दिक बधाई और मंगल कामनाएँ ....
सुन कोयल की मीठी कूक
ReplyDeleteदिल में एक हुक सी उठती है
आकर इस सुखी धरती पर
प्यार का रस बरसाओ रे
देखो फागुन आयो रे।
बढ़िया गीत। फागुन से आग्रह अच्छा लगा।
होली की हार्दिक शुभकामनाएं।