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Saturday, March 5, 2011

उन्हे अब और प्यार ना कर


चित्र गुगल साभार


ऐ दिल अब और उनका इन्तजार ना कर
वो नहीं आएगें उन्हे अब और प्यार ना कर।


मिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
उन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर।


जाती है जो गलियॉ उनके घरों तक
उन गलियों का दोबारा दीदार ना कर।


आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
मैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।

17 comments:

  1. मिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
    उन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर ...

    ये यत्न आसान नहीं होता ... बहुत लाजवाब लिखा है ...

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  2. जाती है जो गलियॉ उनके घरों तक
    उन गलियों का दोबारा दीदार ना कर।
    itna aasaan hai ?

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  3. मिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
    उन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर।

    प्यार में शायद यही सब होता रहता है।
    अच्छी ग़ज़ल।

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  4. यार ये निंशा ही तो नही मिटते
    एक बार फिर एक बेहतरीन गजल के लिए शुभकामनाये

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  5. amit ji pahli bar aapko padh raha hun ....bahut sundar gazal.....aage bhi ye silsila chlata rahega...kyunki jindagi kabhi rkti to nahi bhai.

    मिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
    उन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर।

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  6. सुन्दर भाव अमितजी !

    ऐसा भी मत सोचिये , उम्मीद पर दुनिया कायम है

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  7. आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
    मैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।

    बहुत खूब

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  8. इन्तजार और प्यार की गज़ल में भों की भार ही बहार है. कुछ तड़पन भी कितनी मीठी होती है. इंतज़ार पर खूब कहा आपने.

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  9. बहुत ही सुन्दर "जाती है जो गलिया उनके घरों तक उनका दीदार ना कर " ये पक्तियां तो बहुत ही अच्छी लगी..

    आपका आभार.

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  10. achcha likha hai ,jis gali jana n ho uska pata bhi yaad nahi rakhte ...

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  11. बेहतरीन ग़ज़ल ।

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  12. आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
    मैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।
    बहुत खूब। तन्हाई से बातें करके भी कई बार आदमी जीना सीखता है। शुभकामनायें।

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  13. आ गया हूँ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
    मैं तुझसे प्यार करूं और तु मुझे प्यार कर।

    बहुत ही बेमिसाल शेर.
    दिल के पास रख लिया है.
    सलाम.

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  14. जाती है जो गलियॉ उनके घरों तक
    उन गलियों का दोबारा दीदार ना कर।

    प्यार में इतनी बेरुखी. ना ना ..

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  15. आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
    मैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।
    बहुत खूबसूरत अंदाज़ में लिखी सुन्दर रचना.. तन्हाई से प्यार........

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  16. आ गया हूँ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
    मैं तुझसे प्यार करूं और तु मुझे प्यार कर।

    खूबसूरत नज़्म !

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