चित्र गुगल साभार
ऐ दिल अब और उनका इन्तजार ना कर
वो नहीं आएगें उन्हे अब और प्यार ना कर।
मिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
उन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर।
जाती है जो गलियॉ उनके घरों तक
उन गलियों का दोबारा दीदार ना कर।
आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
मैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।
बहुत बढ़िया सर!
ReplyDeleteमिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
ReplyDeleteउन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर ...
ये यत्न आसान नहीं होता ... बहुत लाजवाब लिखा है ...
जाती है जो गलियॉ उनके घरों तक
ReplyDeleteउन गलियों का दोबारा दीदार ना कर।
itna aasaan hai ?
मिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
ReplyDeleteउन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर।
प्यार में शायद यही सब होता रहता है।
अच्छी ग़ज़ल।
यार ये निंशा ही तो नही मिटते
ReplyDeleteएक बार फिर एक बेहतरीन गजल के लिए शुभकामनाये
amit ji pahli bar aapko padh raha hun ....bahut sundar gazal.....aage bhi ye silsila chlata rahega...kyunki jindagi kabhi rkti to nahi bhai.
ReplyDeleteमिटा दे वक्त के निशॉ जो उनके साथ गुजारे थे
उन लम्हों को याद करके खुद को बेजार ना कर।
सुन्दर भाव अमितजी !
ReplyDeleteऐसा भी मत सोचिये , उम्मीद पर दुनिया कायम है
आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
ReplyDeleteमैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।
बहुत खूब
इन्तजार और प्यार की गज़ल में भों की भार ही बहार है. कुछ तड़पन भी कितनी मीठी होती है. इंतज़ार पर खूब कहा आपने.
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर "जाती है जो गलिया उनके घरों तक उनका दीदार ना कर " ये पक्तियां तो बहुत ही अच्छी लगी..
ReplyDeleteआपका आभार.
achcha likha hai ,jis gali jana n ho uska pata bhi yaad nahi rakhte ...
ReplyDeleteबेहतरीन ग़ज़ल ।
ReplyDeleteआ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
ReplyDeleteमैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।
बहुत खूब। तन्हाई से बातें करके भी कई बार आदमी जीना सीखता है। शुभकामनायें।
आ गया हूँ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
ReplyDeleteमैं तुझसे प्यार करूं और तु मुझे प्यार कर।
बहुत ही बेमिसाल शेर.
दिल के पास रख लिया है.
सलाम.
जाती है जो गलियॉ उनके घरों तक
ReplyDeleteउन गलियों का दोबारा दीदार ना कर।
प्यार में इतनी बेरुखी. ना ना ..
आ गया हुॅ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
ReplyDeleteमैं तुझसे प्यार करूॅ और तु मुझे प्यार कर।
बहुत खूबसूरत अंदाज़ में लिखी सुन्दर रचना.. तन्हाई से प्यार........
आ गया हूँ लौट कर तेरे पास ऐ तन्हाई
ReplyDeleteमैं तुझसे प्यार करूं और तु मुझे प्यार कर।
खूबसूरत नज़्म !