चित्र गुगल साभार
लिजिए बंधुओं! हमने भी अपनी वर्षगॉठ मना ली। हमारे भी ब्लॉगींग में पुरे एक साल हो गए। हालाकि ब्लॉग के बारे में मैं 2009 में जान पाया था। पर उस समय भी हमने इसे ज्यादा महत्व नही दिया। फिर जुन 2010 में हमारे एक ब्लॉगर साथी अरूण साथी जी के प्रयास से मैं इसमें शामिल हुआ। मैने अपने लेखन को कभी भी महत्व नही दिया। क्योंकि उस समय भी और आज भी गजल क्या है, कविता क्या है, नज्म क्या है मुझे इसके बारे में कुछ भी नही मालुम। बस दिल में जो आता है उसे कागज पर लिख देता हुॅ और आप सभी के सामने पेश कर देता हुॅ। जब मैं दसवीं क्लास में था तभी से मैने कुछ न कुछ लिखना शुरू किया था। जिसका उस वक्त कोई मतलब नही होता था। उस वक्त भी और आज भी चंद लोग ही है जो ये जानते है कि मैं कुछ वाहियात सा लिखता भी हुॅ। मैं आप सभी का तहे दिल से शुक्रगुजार हुॅ कि इतने दिनों तक आप सभी ने मुझे झेला और मेरी हौसला अफजाई की। जिसकी वजह से मैं कुछ लिखने की हिम्मत कर सका। आदरणीय कुॅवर कुशमेश जी, गिरीश पकंज जी, सुनील जी, अरविंद जॉगिड जी, दिपक सैनी जी, रूपचंद शास्त्री जी एवं दुसरे अन्य ब्लॉगरों को पढ़कर आगे लिखने की हिम्मत करता रहा। आप जैसे महानुभावों को पढ़ना हमेशा एक सुखद अनुभूति रहा है। जिसकी वजह से मैं बहुत कुछ सीख पाया। आगे भी मैं ये कोशीश करता रहुॅगा। आप सभी महानुभावों से यह विनम्र निवेदन है कि आप सब अपना प्यार इसी तरह से बनाए रखें और हमारा मार्गदर्शन करते रहें।
सबसे पहली बार मैनें एक गजल अखबार में देखी थी जो मुझे बेहद अच्छी लगी थी। उसे मैनें अपने पास बहुत दिनों तक रखा और अपनी डायरी में भी नोट कर लिया। आज मैं भुल गया हुॅ कि वास्तव में वो किनकी रचना थी। आज मैं अपनी उसी प्रेरणा को आप सभी के आगे प्र्रस्तुत कर रहा हुॅ। अगर आप सभी में से किन्ही को भी उस रचनाकार का नाम मालुम हो तो बताने की अवश्य कृपा करेगें ताकि मैं यहॉ पर उनका नाम डाल सकुॅ। धन्यवाद।
दोनो जहॉ तेरी मोहब्बत में हार के
वो जा रहा है कोई शब ए गम गुजार के।
वीरॉ है मयकद क्यों सागर उदास है
तुम क्या गए रूक गए साये बहार के।
दुनिया ने तेरी याद से बेगाना कर दिया
तुमसे भी दिलफरेब है गम इंतजार के।
भुले से मुस्कुरा दिये थे वो आज शायद
मत पुछो कैसे भुले है वो लम्हें प्यार के।
बधाई हो बधाई
ReplyDeleteबधाई आपको...... सतत लेखन की शुभकामनायें
ReplyDeleteप्रिय भाई अमित जी ,
ReplyDeleteसर्वप्रथम तो आपको बहुत-बहुत बधाई .....पहली वर्षगाँठ पर हार्दिक शुभकामनाएँ स्वीकारें ...
आपकी रचनाधर्मिता सराहनीय है .....वर्षों तक हम साथ-साथ ब्लॉग पर चलते रहें , यही कामना है |
हैप्पी बर्थ डे टू .. अहसास :)
ReplyDeleteब्लोगिग के एक वर्ष पूरे होने पर यानि वर्षगांठ पर आपको बधाई आप लिखते रहे हम पढ़ते रहें यूँ ही ज़िंदगी कट जायगी ....
ReplyDeleteप्रथम वर्षगांठ और सुंदर गजल की हार्दिक बधाई
ReplyDeleteशुभकामनाये........ऐसे ही लिखते रहे.........ग़ज़ल अच्छी है |
ReplyDeleteबधाई हो साल पूरा होने पर ... आशा है ऐसे कई साल आते रहें ...
ReplyDeleteआपके ब्लाग का एक वर्ष पूर्ण होने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
ReplyDeleteहमारी कामना है कि आप इसी तरह अनवरत लिखते रहें।
ब्लोगिंग की पहली वर्षगाँठ की बहुत-बहुत बधाई...!
ReplyDeleteऐसी अनेकानेक वर्षगाँठ मनाने का अवसर आता रहे, यही शुभकामना है !
ब्लोगिंग की पहली वर्षगाँठ की बहुत-बहुत बधाई...!
ReplyDeleteबधाई
ReplyDelete