बहुत खूब सर!सादर
beautiful.......
ji nahi ye ro nahi rahe....naha rahe hain.....nazer nazer ki baat hai. :-)sunder prastuti.
सुन्दर अभिव्यक्ति
बहुत खूब |
बहुत खूब कहा है.
चंद पंक्तिया और बेहतरीन अभिव्यक्ति.....
बहत खूब!
वाह अमित जी .,.. क्या बात है ... सच है की इन फूलों को भी रोना आता होगा किसी की याद में ...
ये फूल भी किसी की याद में सारी रात रोती है।waah kamaal ka khayal hai, bahut sunder
चंद पन्तियों सुंदर भावपूर्ण रचना अच्छी पोस्ट ....मेरी नई पोस्ट की चंद लाइनें पेश है....सब कुछ जनता जान गई ,इनके कर्म उजागर हैचुल्लू भर जनता के हिस्से,इनके हिस्से सागर है,छल का सूरज डूबेगा , नई रौशनी आयेगीअंधियारे बाटें है तुमने, जनता सबक सिखायेगी,पूरी रचना पढ़ने के लिए काव्यान्जलि मे click करे
behtreen......
सुंदर रचना।बेहतरीन प्रस्तुति!
sundar rachana hai...
बहुत खूब सर!
ReplyDeleteसादर
beautiful.......
ReplyDeleteji nahi ye ro nahi rahe....naha rahe hain.....nazer nazer ki baat hai. :-)
ReplyDeletesunder prastuti.
सुन्दर अभिव्यक्ति
ReplyDeleteबहुत खूब |
ReplyDeleteबहुत खूब कहा है.
ReplyDeleteचंद पंक्तिया और बेहतरीन अभिव्यक्ति.....
ReplyDeleteबहत खूब!
ReplyDeleteवाह अमित जी .,.. क्या बात है ... सच है की इन फूलों को भी रोना आता होगा किसी की याद में ...
ReplyDeleteये फूल भी
ReplyDeleteकिसी की याद में
सारी रात रोती है।
waah kamaal ka khayal hai, bahut sunder
चंद पन्तियों सुंदर भावपूर्ण रचना अच्छी पोस्ट ....
ReplyDeleteमेरी नई पोस्ट की चंद लाइनें पेश है....
सब कुछ जनता जान गई ,इनके कर्म उजागर है
चुल्लू भर जनता के हिस्से,इनके हिस्से सागर है,
छल का सूरज डूबेगा , नई रौशनी आयेगी
अंधियारे बाटें है तुमने, जनता सबक सिखायेगी,
पूरी रचना पढ़ने के लिए काव्यान्जलि मे click करे
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sundar rachana hai...
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