(1)
जीते रहे हम जिनकी खुशी के लिए
वो रोने भी न आए मेरे मरने के बाद
(2)
ऐ खुदा किसी को ऐसी खुदाई ना दे
प्यार दे इस दिल में तो जुदाई ना दे
(3)
जो तड.पे ही नही किसी की याद में
वो क्या जाने इन्तजार क्या होता है।
जिसने महसुस ही नही किया दर्द को
वो क्या जाने प्यार क्या होता है।
bahut achha arz kiya hai, mamaji.
ReplyDeletebahut khoob!!!!!
ReplyDeleteलगे रहिये आदरणीय कहीं ना कहीं पहुंचेंगे ही।
ReplyDeleteजीते रहे हम जिनकी खुशी के लिए
ReplyDeleteवो रोने भी न आए मेरे मरने के बाद
बहुत खूब !
namaze janaja men aaye sabhi log magar
ReplyDeletemare the jinke liye rah gaye wuzu karte karte
गहरे भाव समेटती हुई रचना है.
ReplyDeletelajawab!!!
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